Watch me grow...
January 23, 2011
आओ पड़ें एक कविता जो बनी केवल दो अक्षर वाले शब्दों से
जल
में
वक
रहता था
आम
मज़े से
खाता था
एक
दिन आया
एक
दोस्त
दस
दिन साथ रहे वो रोज
घर
रहना पसंद न आया
छत
पे रहना हर दम भाया
टब
को ले आया वो आगे
खुश होकर वो
घर
को भागे
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